क्या नया रूप ले वो फिर आ रहा या बस हमारी समझ का फर्क है। क्या नया रूप ले वो फिर आ रहा या बस हमारी समझ का फर्क है।
उसी प्रकार वह अपनी मां से अपनी पत्नी के बारे में शिकायत करता रहा । उसी प्रकार वह अपनी मां से अपनी पत्नी के बारे में शिकायत करता रहा ।
जब आप की,तबीयत ठीक नहीं रही,तो साहब टहले काहे का गये। जब आप की,तबीयत ठीक नहीं रही,तो साहब टहले काहे का गये।
जब चिड़िया चुग गई खेत फिर पछताने से क्या होता है ? जब चिड़िया चुग गई खेत फिर पछताने से क्या होता है ?
फरेबी हैं ..अंदाजे बयां.. जिनके सदा से । मुहब्बत की फिर क्यूँ भावनाएँ ढूँढ़ते हो ।। फरेबी हैं ..अंदाजे बयां.. जिनके सदा से । मुहब्बत की फिर क्यूँ भावनाएँ ढूँढ़ते ...
बिना अपना आराम हराम किये नि :स्वार्थ सेवा नहीं हो सकती। बिना अपना आराम हराम किये नि :स्वार्थ सेवा नहीं हो सकती।